Best Juicy Big Boobs बड़े बड़े बूब्स का दीवाना Free Hindi sex stories shameless

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Desi boobs sucking

यह एक साल पहले की बात है। मेरे पड़ोस में कई सुंदर युवतियों रहती हैं, लेकिन मुझे जो चाहिए वह उनमें नहीं था। मैं खुद भी जवान और बड़े-बड़े बूब्स के शौकीन हूँ। जब भी किसी लड़की या आंटी का पल्लू गिरता और उनके बूब्स दिखाई देते, तो मेरे अंदर एक अलग ही तरह का उत्साह जाग उठता। रात भर मैं उनका ही सोचता रहता और सपने देखता रहता। कभी-कभी सपनों में ही उन्हें छूकर और उनके बड़े-बड़े बूब्स को चूमते रहता। मेरी दिल की सबसे बड़ी इच्छा थी कि ये सपना कभी सच हो।

कुछ दिन पहले मेरे घर के सामने नए पड़ोसी आये थे। उनमें दो बेटियाँ थीं – एक Payal, जो 18 साल की सुंदर और खूबसूरत थी, और उसकी बड़ी बहन सीमा, जो 21 साल की थी। छोटी बहन कोमल जैसी ही लगती थी लेकिन उतनी खूबसूरत नहीं थी, लेकिन जिस चीज की मुझे ज़रूरत थी वह उसके पास थी – बहुत बड़े-बड़े बूब्स। एक बार कपड़े के साथ देखने पर मेरे नीचे वाले हिस्से में हलचल हो गई। उसे नंगा देखकर तो मैं उफ़्फ़! क्या बूब्स थे, मैं चाहता था कि जाकर दोनों बूब्स को दबाकर चूमूं। उसके ये बड़े-बड़े बूब्स उसका पूरा शरीर को निखार रहे थे। मैंने सोचा, “यह फल अब खाकर ही रहूँगा चाहे जो हो लेकिन कोई तरीका नहीं मिल रहा था करीब आने का”।

पूरा एक महीना बीत गया। कुछ न होने के कारण मैं निराश हो गया और जैसे-जैसे मैं अपने छात्रों को पढ़ाता था, उसी में व्यस्त रह गया। लेकिन एक दिन सीमा की माँ मेरे पास आई और उन्होंने बताया कि उनकी छोटी बेटी Payal को पढ़ाने के लिए मुझे बुलाना चाहती हैं क्योंकि उनकी मां मेरी मां से बहुत अच्छी दोस्त थीं। इसलिए उनके घर आना-जाना शुरू हो गया था। उन्होंने कहा, “बेटा क्या तुम Payal को पढ़ाओगे?” मैंने कहा, “हाँ अंटी जी, आप उसे कल से भेज दें।” उन्होंने फीस के बारे में पूछा तो मैंने कहा, “रखो अंटी, इसमें फीस की क्या बात है? लेकिन वो जिद करने लगीं तो मैंने कहा, “अंटी, आप मुझे बेटा कहते हैं तो Payal भी मेरी छोटी बहन ही तरह है। क्या मैं आपसे पैसे लूंगा?” तब वह मान गई और मुस्कुराते हुए चली गई।

लेकिन उन्हें पता नहीं था कि मैं कॉमर्स का छात्र हूँ और घर का सौदा तो नहीं करूंगा। मन ही मन सोच रहा था, “फीस तो उसकी बड़ी बहन से वसूल कर लूँगा”। Payal मेरे पास पढ़ने लगी। वह बहुत स्मार्ट थी और मुझे भी उसे पढ़ाने में मजा आता था। मैं हमेशा उसके साथ अच्छी बातें करता था, कभी-कभी शरारती बातें भी करता था लेकिन वो कुछ नहीं कहती और हंस देती। ऐसे ही दो महीने बीत गए। सीमा से भी मेरी बातचीत होने लगी थी। हमारी सोच काफी मिलती-जुलती थी इसलिए हम अच्छे दोस्त बन गए थे। मेरा उससे आना-जाना भी लगातार बढ़ गया था। वह मुझसे खुलकर बातें करती थी, जैसे कि सेक्स के बारे में। अगले महीने की 2 तारीख को उसका जन्मदिन था और उसने मुझे इनवाइट किया था। मैंने सोचा अब चुप रहकर कोई फायदा नहीं है। कब तक उसे बहन बना कर रखूँगा? कह दूंगा कि तुमसे प्यार करता हूँ।

मैंने हिम्मत की और जन्मदिन के दिन मैंने उसका हाथ पकड़कर उसे छत पर ले गया और कहा, तो उसने मुझे एक थप्पड़ मारा और कहा, “इस बात को बोलने में इतनी देर क्यों कि?” “मुझे इतना तड़पाया Kyu? मैं हमेशा तुमको छत से देखती थी ” फिर उसने मुझसे प्यार करने की बात कही और मुझे किस करना शुरू कर दिया। मैंने भी जोश में उसके लाल-लाल होंठों को पूरी तरह चूसने लगा और उसके शरीर पर हाथ फेरना शुरू कर दिया और बूब्स को दबाने लगा कि उसकी माँ ने आवाज लगा दी, “ओह! सॉरी नंदी” और हम दोनों नीचे चले गए। अगले दिन मेरी मम्मी नंदी अंटी के साथ मेरे दादी के पास गईं और अंकल जी अपने काम पर चले गए। यह मेरे लिए एक अच्छा मौका था। मैं अपने कमरे में छत पर चला गया और वहाँ से आवाज लगाई, “सीमा, छत पर आओ”। सीमा की छत और मेरी छत दोनों साथ जुड़े थे। सीमा छत पर आई तो मैंने कहा, “मेरे छत पर आओ सीमा”, वो घबरा रही थी और कह रही थी, “मैं गिर जाऊंगी”। मैंने कहा, “थोड़ा सा गैप है, तुमको डरने की ज़रूरत नहीं है। मैं तुम्हें पकड़ लूंगा”।

वो लड़की सीधा मेरे ऊपर आ गई और मैं जमीन पर पीठ के बल गिर गया और उसके बूब्स मेरे सीने से चिपके हुए थे। हम उठे और मैंने उसे अपने कमरे में ले गया। उसने कहा, “तुमने मुझे कैसे बुलाया?” तो मैंने कहा, “तुम्हारा गिफ्ट देने के लिए”। उसने कहा, “क्या वो है?” फिर उसने मुझसे बोला कि मैं उसके बूब्स को छूना चाहती हूँ और उसे अपने कमरे में ले गया। उसने मेरे कपड़े उतार दिए और मेरे सीने पर किस करना शुरू कर दिया। वो बोली कि उसे मेरा सीना बहुत अच्छा लगता है, वह हर जगह मुझे किस करना चाहती है। फिर उसने मेरे निप्पल को चूमना शुरू कर दिया। मैंने अपने हाथों में उसके बाल पकड़े रखे थे ताकि उसे चूमते समय कोई समस्या न हो। वो एक हाथ से मेरे एक निप्पल को दबा रही थी और दूसरे निप्पल को मुंह में लेकर चूस रही थी। फिर उसने मेरे निप्पल पर काट लिया। “उफ़्फ़… मीठा दर्द हुआ”।

फिर वो उठकर मेरे पेट पर बैठ गई और मेरी आँखों में आँखें डालकर मुस्कुराते हुए अपने कपड़े खोलने लगी। फिर उसने अपने बूब्स को हाथ से रोक लिया और उन्हें गिरने से रोका। फिर वो अपने बूब्स के साथ खेलना शुरू कर दिया, उन्हें गोल-गोल घुमाती और दबाती रही। मैं यह सब देखकर खुश हो रहा था। फिर मुझे रुक नहीं गया और मैंने उसके हाथों पर अपने हाथ रख दिए और उसके बूब्स को ज़ोर से दबा दिया। उसने लंबी सांस ली और आँखें बंद करके अपना मुंह ऊपर उठाया और मज़ा लेने लगी। मैं उसके बूब्स को दबा रहा था। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। तो अब अंततः उसके वो गोल-गोल सुंदर बूब्स मेरे सामने थे। मुझे अपनी आँखों पर यकीन नहीं हो रहा था। उसके बूब्स मेरी सोच से कहीं ज़्यादा खूबसूरत थे। आज पहली बार मैंने उसके नंगे बूब्स को वास्तव में छुआ और उन्हें अपने हाथों में लेकर दबा दिया।

मैंने उसके निप्पल को चूमना शुरू कर दिया और वो हार्ड हो गई। उसके बूब्स पूरी तरह से तंग होकर टन गए थे। मैं उन्हें उछालने लगा और फिर मैंने उसे ऊपर खींच लिया और उसके बूब्स को अपने मुंह के पास लाया और बार-बार उसके बूब्स पर किस करना शुरू कर दिया। इतनी नरम चीज़ पर मैंने आज पहली बार किस किया था। फिर मैंने उसके बूब्स को अपने मुंह में लेना शुरू कर दिया और उन्हें चूसने लगा। उसके निप्पल को काटता रहा और जैसे बच्चे दूध पीते हैं वैसा ही उसे चूसने लगा। मैंने अपना मुंह खोलकर उसके बूब्स को पूरी तरह से अंदर लेने की कोशिश की लेकिन वो बहुत बड़े थे इसलिए पूरा मुंह में नहीं ले पाया। उसके बूब्स को चूसते-चूसते मैं अपने एक हाथ से उसकी गाल पर रख दिया ताकि उसे कोई तकलीफ न हो। फिर मैंने उसकी पीठ को मालिश करना शुरू कर दिया। अब सीमा हर तरफ से उत्तेजित हो चुकी थी और मज़ा लेती हुई आवाजें निकाल रही थी। “आहहा… आह… आह…” और मैं उसके पीठ और बूब्स का मज़ा ले रहा था। फिर मैंने उसे सोफे पर बैठाया और खुद जमीन पर खड़ा हो गया। उसने मेरे पेट को गले लगा लिया और मेरी छाती और पेट पर किस करना शुरू कर दिया। फिर उसने अपने मुंह से मेरी पैंट की ज़िप खोल दी और हाथ अंदर डाल दिया। उसने अंडरवियर के ऊपर से लिंग को पकड़ लिया और फिर अंडरवियर के नीचे से हाथ अंदर ले गया और उसने मेरे लिंग को अपने नरम हाथों में लिया। मेरा लिंग उस समय बहुत गर्म था। और वो उसे दबाने लगी…

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फिर उसने मेरी पैंट उतार दी और अंडरवियर भी नीचे कर दिया। अब मैं पूरी तरह से नंगा हो चुका था और मेरा लंबा, मोटा लिंग उसके हाथों में था। उसने मेरे लिंग की टोपी नीचे कर दी और लाल हिस्सा बाहर निकाला और बोली, “तुम्हारा लिंग बहुत बड़ा और मोटा है”। मेरा लिंग प्री-कम से गीला हो चुका था। उसने कहा कि मैं कब से इस तरह के गरम और रसीले लिंग का मज़ा लेना चाहती थी। और उसने मेरे लिंग को चूमा। आज पहली बार किसी के होंठों ने मेरे लिंग को छुआ था। फिर उसकी हवस जाग गई और वो मस्ती में आकर मेरे लिंग को ऊपर-नीचे हर तरफ चूमने लगी। फिर उसने मेरे लिंग के आगे वाले लाल हिस्से को अपने मुंह में ले लिया और जो रस उस पर लगा था वो उसे चाट गई और अपनी जीभ मेरे लिंग पर घुमाती रही। मुझे पहली बार इतना अच्छा लग रहा था। मैंने उसके बाल पकड़े रखे थे और वो मेरा लिंग चूस रही थी। जब उसने मेरे लिंग को अपने मुंह से बाहर निकाला तो मेरा लिंग उसके थूक से पूरी तरह गीला हो चुका था और मेरे लिंग का रस उसके होंठों से लेकर मेरे लिंग तक टपक रहा था। मैंने अपने लिंग को उसके गाल पर मारना शुरू कर दिया और फिर उसके बूब्स पर मारने लगा।

उसके नरम बूब्स पर जब मेरा लिंग लगता था तो अलग ही मज़ा आता था। हम दोनों को… उसने अपने दोनों बूब्स को अपने हाथों में पकड़ा और मेरे लिंग को दोनों बूब्स से दबाना शुरू कर दिया। अब मुझे बर्दाश्त नहीं हो रहा था। मैंने उसे अपने बिस्तर पर ले जाकर रख दिया और अपना मोटा लिंग उसके चूत पर रख दिया। तो वो आगदायीं लेने लगी। मैंने उसे धीरे-धीरे दबाना शुरू किया और कुछ मिनट बाद वो भी शांत हो गई और उलझन में आकर मुझे चुड़वाने लगी “आहा… आह… आह…” कहकर आवाजें निकाल रही थी। हम दोनों पसीने से भिगो चुके थे और उसके पसीने की खुशबू मुझे और नशा दे रही थी। मैं तेज़ी से उसे चोदने लगा। 15 मिनट बीत गए थे और मैं बस आने ही वाला था। मेरी स्पीड बढ़ाने से वो समझ गई थी और पूरी जोर से मेहनत कर रही थी। मैंने अपना शुक्र उसके गरम चूत में ही चोद दिया और वो फिर मेरा लिंग चूसने लगी। फिर हम पूरी तरह से तड़प चुके थे तो आराम किया और फिर मैंने उसे बहुत स्टाइल से चोदा और मेरे अंदर शक्ति नहीं बची थी। उसके चेहरे पर एक अजीब खुशी देखी गई और मैं भी बहुत खुश था कि मेरा सपना पूरा हो गया था। उसने अपने कपड़े पहने और मुझे किस देकर उसी छत से वापस चली गई।

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