पोर्न वेब साइट्स की शौक़ीन भाभी मेरे पड़ोस में रहती हैं और मैं उन्हे उनकी सुंदरता के कारण चोदना चाहता था.
मेरा नाम मोनू है. उम्र 25 साल है.
मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूं।
वैसे तो मैं पंजाब से हूं परंतु दिल्ली में सरकारी नौकरी कर रहा हूं.
मुझे यहाँ आए 5 महीने हो गए।
अभी कुछ समय पहले दिल्ली में फ्लैट लिया है और मैं अकेला रहता हूं.
पड़ोस में एक भाई रहते हैं, उनकी उम्र करीब 32 साल होगी।
उनकी पत्नी 29 साल की हैं और उनके 2 बच्चे हैं.
उनका नाम रिंकी है.
भाभी दिखने में थोड़ी सी सांवली थी, उनका फिगर 36-32-36 का होगा.
जब से मैंने भाभी जी को देखा था तभी से मैं उनको चाहने लगा था, उनकी याद में रोज रात को मुठ मारकर सोता था.
भैया रोज रात को पीकर आते हैं और उन दोनों की लड़ाई होती रहती है.
मेरे यहां तक आवाज सुनाई देती है।
कभी कभी मैं भाभी से पूछ लेता- क्यूं लड़ाई करते हैं भैया?
भाभी यह बोलती हैं कि उनका रोज का यही रहता है.
दोस्तो, जब से दिल्ली आया हूं तब से कोई चूत का जुगाड़ नहीं हुआ बस मुठ मारकर काम चलाना पड़ता था.
इसी वजह से मैं पार्क में आने वाली एक लड़की पर लाइन मारने लगा, कि कहीं तो जुगाड़ हो.
भाभी जब भी लड़की को लाइन मरते हुए मुझे देख लेती तो मुस्करा देती.
मैं अक्सर भाभी की चूची और गांड देखता था और भाभी को यह बात भी पता थी ।
एक दिन शाम को दारू पीने का मन हुआ।
तो मैं ठंडा पानी लेने के लिए भाभी के घर चला गया.
भाभी बोली- क्या प्रोग्राम है आज?
मैं बोला- भाभी पीने का मन है. आप पानी दे दो!
भाभी बोली- देवर जी, दूध पिया करो. क्या रखा है इसमें!
मैं भी मौका देख कर बोल पड़ा- भाभी, कोई होनी भी तो चाहिए दूध पिलाने वाली।
भाभी बोली- क्यों पार्क वाली लड़की से बात नहीं हुईं ।
मैं बोला- कहाँ भाभी जी, हो जाती तो बात ही कुछ और होती।
तब मैंने कहा- भाभी, आप करो ना उससे बात!
भाभी बोली- चलो देखते हैं.
उसके बाद मैं आ गया.
अगले दिन जब मैं ऑफ़िस के लिए जा रहा था, तब भाभी मुझसे बोली- मेरे फोन में ये एप्लीकेशन डाउनलोड कर दो, सायद स्पेस की वजह से मुझसे नहीं हो रही है!
मैं रुककर भाभी का फोन देखने लगा.
मैंने जैसे ही उनकी फोन हिस्ट्री चेक की तो पोर्न साइट्स खुली थी.
मैं समझ गया कि भाभी पोर्न वेब की शौक़ीन हैं।
फिर मैंने एप इंस्टॉल की और ऑफिस निकल गया.
अगले दिन मैंने रात को कुछ ज्यादा ही पी ली और अगले दिन थोड़ा लेट उठा.
तो ऑफिस से छुट्टी ले ली.
हैंगओवर कुछ ज्यादा ही था तो मैंने सोचा कि बगल में भैया से गोली ले लूं.
जाकर बेल बजाई तो कुछ देर तक कोई भी नहीं आया.
थोड़ी देर बाद भाभी ने गेट खोला.
उस समय भाभी नहा रही थी.
मैंने पूछा- भैया कहाँ हैं?
भाभी बोली- काम पर चले गए. और बच्चे स्कूल चले गए!
उस समय भाभी ने अपने सिर पर तौलिया लपेडा था और उनकी चूचियां मुझे दिख रही थी.
मेरी नजर उन पर थी.
भाभी मुझसे पूछते हुई बोली- कैसे आना हुआ ?
मैंने कहा-दवा चाहिए थी.
भाभी ने दवा दी और बोली- चाय पिलो?
मैं नसें में था तो मैंने उनकी चूचियों को देखते हुए बोला- दूध पिला दो!
भाभी बोली- वो भी पी लेना. पहले चाय तो पियो.
और भाभी किचन में चाय बनाने के लिए चली गई.
मैं उनका हिंट समझते हुए उनके पीछे किचन में चला गया.
पीछे से जाकर भाभी को हग कर लिया.
भाभी बोली- क्या कर रहे हो? गलत है ये सब!
मैं समझ गया था कि भाभी अब झूठा नाटक कर रही हैं.
मुझे उनके जिस्म की गर्मी महसूस हो रही थी.
मेरा लन्ड उनकी गांड में घुस रहा था.
मैं भाभी की गर्दन पर किस करने लगा और अपने हाथो से भाभी की चूचियों को दबाने लगा.
थोड़ी देर बाद मैंने भाभी को लिप किस करना शुरु कर दिया और हाथों से भाभी के चूतड़ दबाने लगा.
कुछ ही समय बाद भाभी का हाथ मेरे लंड पर आ गया.
लगभग 10 मिनट किस करने के बाद मैंने भाभी के सारे कपड़े उतारे और भाभी ने मेरे!
जैसे ही मैंने भाभी की चूचियों को दबाया, और चूसने लगा, भाभी मुझसे बोली- बेडरूम में चलो!
मैंने भाभी को उठाकर बेडरूम में ले आया और बिस्तर पर लिटाकर उनकी चूचियों को चूसने लगा.
10 मिनट बाद भाभी ने मुझसे 69 की पोजिशन में आने को कहा.
मैं समझ गया कि पोर्न साइट्स से भाभी ने ये सब सीखा है.
हम 69 पोजीशन में आ गए और भाभी जोर जोर मेरा लौड़ा चूसने लगी.
उन्होंने चूस चूस के मेरा लौड़ा लाल कर दिया!
मैंने भी भाभी की चूत में अपनी उंगली डाल दी.
कुछ देर बाद मैंने भाभी को उठाया.
उनका बदन एकदम चमक रहा था.
भाभी के लंबे लंबे बाल उनकी गांड को छू रहे थे, उनको पकड़ कर मैंने लंड को पूरा उनके मुंह में दे दिया.
वे भी मेरा लंड आइसक्रीम की तरह चूस रही थी.
मैं सातवें आसमान पर पहुंच गया.
10 मिनट बाद मेने पानी छोड़ दिया और भाभी पूरा पानी पी गई.
फिर भाभी बोली- देवर जी, नीचे आ जाओ!
और मैं उनकी चूत चूसने लगा.
भाभी जोर जोर से चिल्ला रही थी- ओ यस … जोर से करो! कितने दिनों बाद में आज मजा आया है … तुम्हारे भैया तो 2 मिनट चोदने में ही खत्म हो जाते हैं.
5-10 मिनट बाद भाभी ने भी पानी छोड़ दिया.
फिर भाभी ने चाय बनाई.
चाय पीने के कुछ देर बाद भाभी ने फिर मेरे लौड़े को चूसने लगी.
भाभी भी पूरी गर्म हो गई.
और फिर भाभी अब मेरे नीचे लेट गई और कहा- जल्दी से मेरी प्यास बुझा दो!
मैं भी कोई जल्दीबाजी कहां करने वाला था, पूरा निचोड़ना चाहता था भाभी को!
फिर मैने भाभी की चूत पर अपना लंड रगड़ना शुरू कर दिया.
2 मिनट बाद भाभी बोली- बेनचोद डाल दे अंदर!
भाभी के पांव उठाकर अपने कंधे पर रखे और लंड को चूत पर रखकर हल्का सा शॉट मारा.
तो भाभी को थोड़ा दर्द हुआ, वे बोली- मोटा ज्यादा है तेरा लन्ड …आराम से डालना!
जैसे ही लंड चूत में गया, ऐसा लगा कि किसी गर्म भट्ठी में लन्ड डाल दिया हो!
और फिर शॉट पर शॉट!
भाभी बड़बड़ा रही थी. साथ में उन्होंने अपने नाखून मेरी पीठ में गड़ा दिए.
10 मिनट बाद मैंने भाभी को उठाया और घोड़ी बना दिया.
मेरा इरादा उनकी मस्त गांड में डालने का था.
जैसे ही मैंने गांड पर अपना लन्ड फिराया, भाभी बोली- इधर मत डालो! मैंने कभी गांड में नहीं डलवाया है. बहुत दर्द होता है वहां! फिर कभी ट्राई कर लेना.
उसके बाद मैंने भाभी को घोड़ी बनाकर उनकी चूत में लंड घुसा दिया और उनकी चूचियों को दबाने लगा.
तभी मैंने अपने एक हाथ से भाभी के चूतड़ पर एक जोर का थप्पड़ मारा.
भाभी सिसक उठी.
हम दोनों पूरे पसीने में लबालब थे.
भाभी कह रही थी- अभी तक कहाँ थे? कब से मैं हिंट दे रही थी!
मैंने लंड को और अंदर तक डालते हुए कहा- फल के पकने का इंतजार कर रहा था.
भाभी ने पोजीशन बदली और मेरे ऊपर आ गई और जोर जोर से लंड पर बैठकर कूदने लगी.
और फिर मैने थोड़ी बाद उनसे कहा- भाभी, मेरा निकलने वाला है. कहाँ पर निकालूं?
वे बोली- अंदर ही निकाल दे मोनू! सेम टाइम है. मैं भी 2 बार झड़ चुकी हूं.
उसके बाद मैंने भाभी को अपने नीचे लिटाया और 5-7 धक्के मारने के बाद भाभी की चूत में अपना पानी छोड़ दिया.
और मैं भाभी के ऊपर गिर गया.
तब भाभी ने बताया- तुम मुझे जब पहली बार दिखे थे तब से ही मुझे पसंद आ गए थे. तुमने बहुत टाइम लगाया मुझे समझने में!
मैंने कहा- भाभी,अगर आप ही कुछ इशारा कर देती तो यह खेल बहुत पहले ही हो जाता?
फिर उसके बाद मैं बोला- भाभी, मुझे आपकी गांड में डालना है.
भाभी बोली- एक तो तुम्हारा बहुत ज्यादा मोटा है और स्टेमिना भी ज्यादा है ।ऊपर से मैंने कभी मरवाई नहीं! फिर कभी करेंगे कोशिश! अभी 2 बच चुके हैं. बच्चों के स्कूल से आने का समय भी हो गया है.
उसके बाद कुछ देर मैंने भाभी को चूमा और अपने फ्लैट पर आकर सो गया.
उसके बाद मैंने भाभी की गांड की चूदाई की और भाभी ने उस लड़की से सेटिंग कराने का वादा किया.
वो सब मैं बाद में लिखूंगा.
मेरी पड़ोसन भाभी की हिंदी सेक्स स्टोरी आपको कैसी लगी?